Bulk Deal क्या है? Bulk deal तब होती है जब एक ही ट्रेडिंग दिन में 0.5% या उससे अधिक शेयर किसी एक निवेशक द्वारा खरीदे या बेचे जाते हैं। यह आमतौर पर बड़े संस्थागत निवेशकों या हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल्स द्वारा किया जाता है। प्रभाव: शेयर की मांग और आपूर्ति : बायिंग प्रेशर (खरीदारी का दबाव) : अगर bulk deal के दौरान बड़ी मात्रा में शेयर खरीदे जाते हैं, तो शेयर की मांग बढ़ जाती है। इससे शेयर का प्राइस बढ़ने की संभावना होती है। सेलिंग प्रेशर (बेचने का दबाव) : अगर bulk deal के दौरान बड़ी मात्रा में शेयर बेचे जाते हैं, तो शेयर की आपूर्ति बढ़ जाती है। इससे शेयर का प्राइस गिरने की संभावना होती है। मार्केट सेंटीमेंट : पॉजिटिव संकेत : यदि बड़ी मात्रा में शेयर खरीदे जा रहे हैं, तो इसका मतलब हो सकता है कि बड़े निवेशक कंपनी की भविष्य की संभावनाओं को सकारात्मक मानते हैं। इससे अन्य निवेशकों का भी विश्वास बढ़ सकता है, जिससे शेयर का प्राइस बढ़ सकता है। नेगेटिव संकेत : अगर बड़ी मात्रा में शेयर बेचे जा रहे हैं, तो इसका मतलब हो सकता है कि बड़े निवेशक कंपनी के भविष्य के बारे में चिंतित हैं। इससे अन्य निवेशकों क
पैकिंग आटा में कीड़े क्यों नही पड़ते ?? आंखें खोल देने वाला सच -- एक प्रयोग करके देखें गेहूं का आटा पिसवा कर उसे 2 महीने स्टोर करने का प्रयास करें। आटे में कीड़े पड़ जाना स्वाभाविक हैं, आप आटा स्टोर नहीं कर पाएंगे। फिर ये बड़े बड़े ब्रांड आटा कैसे स्टोर कर पा रहे हैं? यह सोचने... वाली बात है। एक केमिकल है- बेंजोयलपर ऑक्साइड, जिसे 'फ्लौर इम्प्रूवर' भी कहा जाता है। इसकी पेरमिसीबल लिमिट 4 मिलीग्राम है,लेकिन आटा बनाने वाली फर्में 400 मिलीग्राम तक ठोक देती हैं। कारण क्या है? आटा खराब होने से लम्बे समय तक बचा रहे। बेशक़ उपभोक्ता की किडनी का बैंड बज जाए। कोशिश कीजिये खुद सीधे गेहूं खरीदकर अपना आटा पिसवाकर खाएं। नियमानुसार आटे का समय.. ठंड के दिनों में 30 दिन गरमी के दिनों में 20 दिन बारिस के दिनों में 15 दिन का बताया गया है। ताजा आटा खाइये, स्वस्थ रहिये...समझदार बनें, अपने लिए पुरुषार्थी बन सभी गेंहू पिसवा कर काम ले। न कि रेडीमेड थैली का.. केवल 3 बदलाव कर के देखे 1.) नमक सेंधा प्रयोग करे, 2.) आटा चक्की से पिसवा कर लाये, 3.) पानी मटके का पिये, सुबह गर्म पानी पिये... आधी बी